उत्तर बस्तर कांकेर : सावित्री दर्रों ह गोबर बेचके कमाइस 12 हजार 482 रूपिया, गांव म खोलीस किराना दुकान

उत्तर बस्तर कांकेर, छत्तीसगढ़ शासन के महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना गांव वाले मन बर वरदान साबित होवत हे। जिला के अंतागढ़ विकासखण्ड अंतर्गत संवेदनशील ग्राम मंगतासाल्हेभाट निवासी श्रीमती सावित्री बाई दर्रों गोबर बेचके आत्मनिर्भर बन गे हे। गोबर बेचे ले मिले राशि ले वो ह अपन गांव म छोटकुन किराना दुकान खोल ले हे, जेखर से गांव वाले मन के छोटे-माटे जरूरत के पूर्ति होवत हे, संगेच सावित्री बाई ल घलोक आमदनी होवत हे। सावित्री दर्रो ह बताइस कि वोखर पास खुद के पशुधन नइ हे। ग्राम पंचायत के सरपंच श्रीमती मनीषा कुमेटी अउ सचिव श्री रऊफ कुरैशी ह ओ ल गौठान म 02 रूपिया प्रति किलो म गोबर खरीदे के जानकारी दीस, तब वो ह गौठान के आसपास अउ गांव म घूम-घूम के गोबर सकेलना करना शुरू करिस अऊ ओला गौठान म बेचे लगीस। वो ह 6241 किलोग्राम गोबर बेंचे हे, जेखर से ओ ल 12 हजार 492 रूपिया मिलिस। ओ राशि ले वो ह अपन गांव म जरूरी सामान बर एक छोटकुन किराना दुकान घलोक खोल ले हे। सावित्री बाई गांव के महिला स्व- सहायता समूह के सक्रिय सदस्य घलोक हे। वो ह बताइस कि ऊंखर पास तीन एकड़ कृषि जमीन हे, जेमां पैदावार कम होए ले परिवार के पालन-घोषण म कठिनाई होत रहिस। गोधन न्याय योजना ले ओ मन ल एक नवा रद्दा मिले हे। ये योजना के क्रियान्वयन बर उमन मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ल धन्यवाद देवत कहिन कि एखर से उंकर आय के जरिया मिल गए हे।

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