सोशल मीडिया संगवारी मन ला जय जोहार, सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर के छत्तीसगढ़ी पोस्ट फैलावत हे कमाल के जागरूकता
एनीमेशन, संदेश अऊ कई प्रभावी माध्यम मन ले सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर नेक काम ल आगू बढ़ाए म लगे हें
दुर्ग, 15 सितम्बर 2020। कोरोना संक्रमण ल रोके बर अपन बोली छत्तीसगढ़ी म सुघ्घर संदेश आप मन अभी जरूर सुनत होहू। ‘संगी कोरोना के लक्षण होही त सियानी झन बघारहु, उत्ता धुर्रा तिर के स्वास्थ्य केंद्र म जा के कोरोना के जांच कराहु।’ कोरोना जागरूकता के ये संदेश छत्तीसगढ़ी भाखा म बहुत गुरतुर लगत हे अऊ मनखे मन के मनोरंजन के संगेच गहिर सीख घलोक छोड़त हे। छत्तीसगढ़ी म जउन काम ल बहुत जल्दी करे जाए वोकर बर उत्ता धुर्रा शब्द के उपयोग होथे। कोरोना टेस्ट के मामला अइसनेच हे ये मां उत्ता धुर्रा जांच करा लेव त लउहे दवइ खाए ल शुरू करके बीमारी ले पूरा चंगा हो जाहू। सामान्य लक्षण हे त घर म होम आइसोलेशन बर आग्रह कर सकत हव। थोकिन समस्या महसूस करत हव त धरा रपटा अस्पताल पहुंच जाव, आप मन बर गाड़ी टेस्टिंग सेंटर म ही पहुंच जाही। होम आइसोलेशन म हव त मेडिकल किट मिल जाही।
जानबा हे के कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ह पाछू दू-तीन दिन पहिली सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर मन ले ये संबंध म चर्चा करे रहिन अऊ एखर बहुत सुखद नतीजा आगू आए हे। डॉ. भुरे ह मीटिंग म छत्तीसगढ़ी म घलोक प्रचार तियार करे के आग्रह इंफ्लूएंसर मन ले करे रहिन। एकर अच्छा परिणाम आगू आवत हे। प्रचार सामाग्री अड़बड़ लोभलोभावन हे जइसे बार-बार हाथ ल सैनेटाइज करे के आग्रह, ये रूप म करे गए हे ‘घेरी बेरी सावधानी नइ राखबो तब सब्बो झन बर बड़ मुसीबत हो जाही।’ डिजिटल वर्ल्ड म छत्तीसगढ़ी बर बड़का काम करइया भाषाविद श्री संजीव तिवारी घलोक ये अभियान के मार्गदर्शन करत हे। उंखर कहना हे के छत्तीसगढ़ी बहुत समृद्ध भाखा हे। एकर आखर भंडार बहुत बड़का हे अऊ बिल्कुल सटीक रूप ले बात ल अभिव्यक्त कर सके म सक्षम हे। सोशल मीडिया म कोरोना संक्रमण ल लेके जागरूकता अभियान म एकर उपयोग होना बहुत शुभ हे। बने बात ये हे के छोटे-छोटे एनीमेशन वीडियो के माध्यम ले छत्तीसगढ़ी भाखा म कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूकता संदेश देहे जात हे। ये अड़बड़ अपीलिंग हे अऊ मनखे मन ल बिक्कट भावत हे।
डिप्टी कलेक्टर सुश्री दिव्या वैष्णव ह बताइस के एखर बर युवा मन के टीम बहुत मेहनत करत हे। कोरोना संक्रमण ल रोके बर प्रशासनिक उदीम ल सोशल मीडिया के माध्यम ले ये युवा मन बढ़ावत हें इंकर ये काम सहराए के लाइक हे। जानबा हे के सोशल मीडिया के माध्यम ले घलोक फिफ्टी प्लस टेस्ट अभियान ल घलोक इंफ्लूएंसर मन बढ़ावा देवत हें। एखर से प्रशासन कोति ले चलाये जात अभियान ल अड़बड़ प्रचार-प्रसार मिलत हे।