कांकेर, 26 फरवरी 2020। आधुनिक तकनीक के उपयोग, जैविक खाद, जैविक कीट नियंत्रण अऊ समुचित सिंचाई ले किसान अब दोहरी फसल लेके दुगुना आय कमावत हें। कांकेर के भानुप्रतापपुर विकासखण्ड के डोंगरकट्टा गांव के रहवईया श्री अंकालू राम ह घलोक उन्नत तकनीक ले धान के फसल के अकतहा मसाला अऊ सग मन के खेती करके अपन आर्थिक स्थिति म सुधार कर लेहे हे। धनिया के जैविक खेती ले ही ओ ल करीबन 35 हजार रूपिया के आमदनी होए हे। दू साल पहिली तक श्री अंकालू सिरिफ वर्षा आधारित धान के फसल ही ले पात रहिस। फसल के कम उत्पादन होए म ओ ल आर्थिक तंगी के सामना घलोक करना परत रहिस, फेर अब शासन के योजना मन के लाभ उठाके वो ह दोहरा लाभ लेवत हे।
कृषक अंकालू राम ह बताइस कि वोखर पास 1.91 हेक्टेयर खेती के जमीन हे, जेमां वो ड्रिप इरीगेशन सिसटम ले सिंचाई करथे। एखर से कम खर्च म जादा खेत मन म आसानी ले सिंचाई हो जाथे अऊ वो सालभर उत्पादन कर पाथें। सालभर काम रहे के सेती परिवार के सदस्य घलोक सरलग काम म लगे रहिथें, रोजगार के तलाश म ओ मन ल कहूं बाहिर घलोक नइ जाना परय। वो ह बताइस कि कृषि विस्तार अधिकारी कोति ले देहे गए सुझाव के मुताबिक वो ह खेती करिस, जेखर से फसल उत्पादन म बढ़ोतरी होइस। ‘कृषक समृद्धि योजना’ के लाभ उठाके वो ह नलकूप खनन करवाइस, जेमां ओ ल कृषि विभाग के तरफ ले 43 हजार रूपिया के अनुदान तको मिलिस। अपन जमीन म वो ह उद्यानिकी विभाग के मदद ले ड्रिप इरीगेशन सिसटम लगवाइस, एखर से वो सालभर खेती करत हे। सिंचाई होए ले खेती के दशा म घलोक सुधार होय हे। आधुनिक तरीका ले खेती करे म वोखर आय म घलोक बढ़ातरी होए हे।
श्री अंकालू ह बताइस कि कृषि विभाग के आत्मा योजना ले स्प्रेयर के संग धान, मक्का, राहेर, धनिया बीज अउ जैविक खाद घलोक ओ ल निःशुल्क मिले हे। कृषि विभाग अउ आत्मा योजनांतर्गत संचालित प्रशिक्षण, शैक्षणिक भ्रमण अऊ खेत पाठशाला कार्यक्रम म घलोक वो ह बढ़-चढ़ के हिस्सा लेथे। जेखर से खेती-किसानी के बारे म वोखर जानकारी बाढ़े हे। श्री अंकालू ह कहिस के शासन के मदद ले वोखर जीवन म नवा अंजोर आए हे। अब ओ ह अपन तीर-तखार के किसान मन ल शासन के योजना मन के लाभ उठाके उन्नत खेती करे बर प्रेरित करत हे।