रायपुर, मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशा के मुताबिक राज्य के ग्रामीण अर्थव्यवस्था ल मजबूती प्रदान करे बर छत्तीसगढ़ सरकार कोति ले संचालित नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी यानी सुराजी गांव योजना के असर अब दिखे लगे हे। सुराजी गांव योजना के चार माई घटक म ले एक नरवा विकास ले ग्रामीण अंचल म भू-जल स्तर के स्थिति सुधरत हे। मृतप्रायः नरवा (नाला) अब फेर जीवित हो उठे हे। उपचारित नाला म अब कमोबेश सालभर पानी रहे लगे हे। एकर लाभ नाला के किनारा के किसान उठाके अब दोहरी फसल के उत्पादन करे लगे हे।
छत्तीसगढ़ म नरवा विकास के ये कार्यक्रम करीबन 3 साल पहिली शुरू करे गए रहिस। अब तक राज्य म 2477 नाला के उपचार पंचायत अउ ग्रामीण विकास विभाग अऊ वन विभाग के माध्यम ले कराए गए हे। ए बरसात नाला म पानी के रोकथाम बर करीबन 614 करोड़ रूपिया के काम कराए गए हे, जेमां स्टापडेम, अरदन बोल्डर चेक, गली प्लग, ब्रश हुड जइसे संरचना के निर्माण सामिल हे। एखर से उपचारित नाला म अब अप्रैल-मई तक जल भराव बने रहिथे। एकर फायदा ये होय हे कि उपचारित नाला मन के आसपास के गांव मन के कुंवा-हैण्ड पम्प के जल स्तर म बनेच बढोतरी होए हे। गर्मी के मौसम शुरू होतेच कुंवा अऊ हैण्ड पम्प के जल स्तर म गिरावट के स्थिति अब थमे हे, अउ वोमे बढोतरी घलोक देखे ल मिलत हे।
राज्य के कई क्षेत्र मन म उपचारित नाला के क्षेत्र मन म कुंवा के जल स्तर के सर्वेक्षण रिपोट ले ये बात स्पष्ट रूप ले आगू आए हे कि कुंवां मन के जल स्तर म 0.20 मीटर ले लेके 1.60 मीटर तक के बढ़ोत्तरी होए हे। बेमेतरा जिला के नवागढ़ इलाका म स्थित हलफली नरवा के उपचार ले श्री उदे प्रधानी के कुंवां म जल स्तर जून 2019 म 4.60 मीटर म रहिस, जेन हलफली नाला म होए उपचार के बाद जून 2020 के स्थिति म 3 मीटर म आ गए हे। अइसनहे मनेन्द्रगढ़ स्थित चिरकोली नाला, कोण्डागांव स्थित चाऊरबाहर नाला, नरहरपुर स्थित झुरा नाला, भानुप्रतापपुर के बुदन नाला जइसन सैकड़ों नाला मन के उपचार के बाद ओ इलाका के कुंवां अऊ हैण्ड पम्प के जल स्तर म 0.20 मीटर ले लेके 1.60 मीटर तक बढ़ोत्तरी दर्ज होए हे।
राज्य म उपचारित नाला मन के इलाका के माटी म नमी के मात्रा घलोक बाढ़े हे। कांकेर के मांदरी नाला के उपचार के बाद ओ इलाका के मिट्टी म नमी के प्रतिशत 2.90 बाढ़े हे। नहरपुर नाला के क्षेत्र म 2.85 प्रतिशत अऊ बुदन नाला क्षेत्र के मिट्टी म नमी 1.90 प्रतिशत बाढ़े हे। मुंगेली जिला के पथरगड़ी के बात करन, त उहां के नरवा योजना के तहत बने चेकडेम ले नाला के जल स्तर 10 फीट बढ़ गए हे। एकर लाभ उठाके किसान दुहरी फसल उपजाए लगे हें। राज्य के कबीरधाम जिला म औसत रूप ले कम बारिश होथे। अमूमन गर्मी के दिन म कबीरधाम जिला के ग्रामीण अंचल म निस्तार अउ पेयजल के समस्या बने रहिथे। नरवा विकास कार्यक्रम ले अब उहां हालात बदले लगे हे। नरवा विकास कार्यक्रम के तहत कबीरधाम जिला म महीडबरा जलाशय ले 1.80 किलोमीटर नहर के निर्माण कराए ले किसान मन ल सिंचाई सुविधा मिले लगे हे, जेखर से किसान अब कोदो, कुटकी के जगा म धान अऊ रोहंर के खेती करे लगे हें।
मुंगेली जिला के रमतला गांव के किसान श्री विश्वनाथ वर्मा कहिथे कि बारिश के मौसम म बोर ले पानी भरपूर मिलत रहिस, फेर गर्मी के मौसम म पानी बहुत कम आत रहिस अऊ खेती करे म काफी समस्या होत रहिस। पानी के कमी के सेती ले टमाटर उत्पादन घलोक कम होत रहिस, खेत म डबरी निर्माण ले अब जम्मो समस्या दूर हो गए हे। गर्मी के मौसम म डबरी म रूके पानी ले टमाटर के खेती करत हन।