स्वच्छता ग्राही समूह के दीदि मन महामारी के चलत गंदा कपड़ा के जगह सेनेटरी पैड्स के उपयोग बर ग्रामीण महिला मन ला जागरुक करत हें

महामारी के दौरान सेहत व्यायाम अउ अच्छा खान पान बर सलाह देथे
घर घर जाके कम दाम म अच्छा गुणवत्ता के सेनेटरी पैड्स पहुँचाये के सेवा के साथ आमदनी के रास्ता घलव खुलिस
जिला म 25 समूह मन ला 25 लाख राशि उपलब्ध कराइस अब तक 7 लाख के सेनेटरी पैड्स बेच के महिला मन 1.50 लाख रुपए कमाईस

दुर्ग 28 जून 2020। महामारी के सीधा संबंध महिला मन के स्वास्थ्य से हे । अक्सर महिला मन अपन सेहत के ये महत्वपूर्ण विषय के प्रति लापरवाही बरतथे । महामारी के दौरान अपन ख्याल नइ रखे अउ साफ सफई के ध्यान नइ रखे के कारण कई गंभीर बीमारी के खतरा बने रथे । खासकर के किशोरी लाइका ला म प्रबंधन के बारे में जागरुक होना बहुत जरूरी हे । काबर आज के किशोरी लाइका मन भविष्य म एक माँ के भूमिका निभाथे ।सुरक्षित मातृत्व बर सुरक्षित महामारी प्रबंधन के भूमिका महत्वपूर्ण हे । एखरसेति शुरुआत से ही किशोरी लाइका मन अपन ख़याल रखना बहुत जरूरी हे ।
महिला मन ला महामारी स्वच्छता प्रबंधन अउ अच्छा स्वास्थ्य बर सेनेटरी पैड्स के बारे में जागरुक के उद्देश्य से
स्वच्छ भारत अभियान (ग्रामीण) के तहत विशेष कार्यक्रम चलाये जाथे । जेमे स्वच्छता ग्राही महिला स्वसहायता समूह मन के दीदि मन गाँव गाँव जाके महिला मन ला महामारी के दौरान बरते वाले सावधानी मन अउ सेनेटरी पैड्स के उपयोग के फायदा के बारे म बताथे ।
स्वच्छता ग्राही समूह के दीदि मन कपड़ा के उपयोग ले होये वाले नुकसान के बारे में घलव बताथे । सेनेटरी पैड के इस्तमाल से कई बीमारी से बचे जा सकथे । एखर अलावा महामारी के दौरान अपन सेहत के कइसे ख्याल रखन, उचित खान पान अउ व्यायाम मन के बारे म घलव समूह की दीदि मन ग्रामीण महिला मन ला सुझाव देथे ।
गांव गांव जाके महिला मन ला सेनेटरी पैड्स उपलब्ध कराथे

महामारी स्वच्छता अभियान के एक महत्वपूर्ण कंपोनेंट हे ग्रामीण महिला मन ला सस्ता दर म अच्छा गुणवत्ता के सेनेटरी पैड्स उपलब्ध कराना हे । एखरेबर स्वच्छता ग्राही स्व सहायता समूह के महिला मन के द्वारा न केवल साफ सफई के बारे म जागरुक करथे बल्कि गांव के महिला मन के घर घर तक पहुँच के उमनला सैनेटरी पैड्स उपलब्ध भी कराये जा थे । जेमे बड़े संख्या म महिला मन हा गंदा कपड़ा ला त्याग करके सेनेटरी पैड्स ला अपनाइस । जिला पंचायत ले मिले जानकारी के मुताबिक महामारी स्वच्छता प्रबंधन अंतर्गत जिला म कुल 25 स्वच्छताग्राही स्व सहायता समूह मन ला महामारी स्वच्छता प्रबंधन म कार्य करे बर चयनित करहे 25.00 लाख रुपए दे (आबंटित) गे हे । इन 25 समूह मन के माध्यम से जिला के सबो 385 गांव तक पहुंच के स्थापित कर के म महामारी स्वच्छता प्रबंधन बर महिला स्व सहायता समूह मन ला ग्रामवार जोड़े गे हे स्वच्छाग्राही स्वसहायता समूह मन से समन्वय बनाये बर 15 से 16 ग्राम पंचायत मन के क्लस्टर बनाये गे हे 25 समूह मन ला क्लस्टर मन से समन्वय बना के काम करे के जिम्मेदारी दे गे हे ।
महिलामन ला 7 लाख रूपए का सेनेटरी पैड बेच के 1.50 लाख रुपए आमदनी
ये कार्यक्रम के उद्देश्य महामारी स्वच्छता बर जागरुक करे के साथ साथ महिला ला आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाये गे हे ताकि काम के प्रति उखर मन रुचि भी बने रहे । ये 25 समूह मन के माध्यम ले अब तक जनपद पंचायत दुर्ग म 1.50 लाख, धमधा म 1.00 लाख अउ पाटन म राशि 4.50 लाख कुल ये प्रकार कुल 7.00 लाख रुपए के सेनेटरी पैड्स का विक्रय करे जा चुके हे । ये काम म समूह मन ला 1.50 लाख रुपए के आमदनी घलव बात होहे । मगर ये केवल आर्थिक लाभ के बात नहीं हे । बड़ी बात हे कि महिला मन में व्यवहार परिवर्तन आथे अउ अपन सेहत के प्रति जागृत हो थे ।
क्वारेंटाईन सेंटर मन म निःशुल्क सेनेटरी पैड बांटे जाथे
‌स्वच्छताग्राही स्व सहायता समूह मन द्वारा कोविड 19 संकट के दौरान क्वारेंटाईन सेंटर मन म रहने वाले महिला मन ला घलव निःशुल्क सेनेटरी पैड बांटे गेहे । जेखर से महिला मन ला महामारी के दौरान परेशानी मत हो।

अंजोरा, दुर्ग ले सोनू कुमार

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