राजनांदगांव, 23 अप्रैल 2020। पर्री म कभू रमकेरिया, तूमा, कोंहड़ा, बरबट्टी, पताल अऊ आन साग-भाजी सकेलत महिला मन गांव म तरक्की अऊ खुशहाली लावत हें उहें ग्रामीण अर्थव्यवस्था ल मजबूती मिले हे। राजनांदगांव जिला के अंबागढ़ चौकी विकासखंड के ग्राम पीपरखार के महिला मन ह शासन के बाड़ी योजना के तहत एकता अऊ संगठन ले सामूहिक सुघ्घर बाड़ी म सब्जी उत्पादन के नवाचार ल अपनाके जय मां सरस्वती अऊ मां शीतला समूह के 10 महिला मन ह एक बानगी पेश करे हें। सामूहिक प्रयास जब दिल ले करे जाए त ओखर सुखद अऊ सार्थक परिणाम आगू आथे। ए महिला मन के हाथ म हे हसियां, रांपा अऊ कुदारी, उहें इंकर मूठा मन म हे उन्नति के तकदीर।
बड़का शायर निदा फाजली के ये शेर इंकर बर सहीं लागथे –
अच्छी संगत बैठककर, संगी बदले रूप।
जैसे मिलकर आम से, मीठी हो गई धूप।
कोरोना वायरस के बचाव बर महिला मन सावधानी अऊ जतन करत हें। सियान श्रीमती कैलाशवती ह कहिन के घर के काम मन ल पूरा करे के बाद हमन सबो महिला मन मिलजुलके इहां मेहनत करथन। पौधा मन ल बेरा म वर्मी कम्पोस्ट देहे के संग बेंइरा मन ले घलोक देखरेख करना परथे। गौठान ले ही सिंचाई बर पानी उपलब्ध हो जाथे। हरियर लहलहात ये बाड़ी म गंवारफली, खट्टाभाजी अऊ करमता भाजी घलोक लगावत हन।
गृहिणी श्रीमती उमादेवी सहारे के बताती मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नरवा, गरवा, घुरवा अऊ बाड़ी योजना ले तरक्की होवत हे अऊ जीवन स्तर म सुधार आए हे। उंखर ये योजना एक अभियान के समान हे जऊन जन जागृति लावत हे। जेखर माध्यम ले महिला मन म घलोक संकोच के भावना हटे हे अऊ ओ मन काम करे बर आगू आवत हें। गृहिणी श्रीमती जानकी देवी मण्डावी ह कथे के बाड़ी योजना ले हम सबो ल बहुत फायदा होवत हे। अपन घर बर सब्जी बंचाए के बाद गांव म सब्जी बेंचथन, जेखर से हमर आजीविका चलत हे।