राजनांदगांव जिला के गौठान मन म अपासी धान के पैरा दान करे के सिलसिला शुरू

राजनांदगांव, 08 मई 2020। छत्तीसगढ़ शासन के नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना के तहत पशु मन के संरक्षण अउ संवर्धन बर गांव म बने गौठान मन म पशु मन बर सूखा चारा के व्यवस्था अंचल के किसान मन ह करत हें। उमन मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के कहे के मुताबिक गोठा बर पैरा दान करत हें। बीते खरीफ सीजन म राज्य के हजारों गौठान मन बर गांव वाले मन पैरा दान करे रहिन। गरमी के धान के पैदावार के बाद घलोक किसान मन ह गौठान मन म पैरा दान के अभियान ल सरलग राखे हें। गरमी के धान के फसल के पैरा गौठान मन म दान देहे के शुरूआत राजनांदगांव जिला के ग्राम जंगलेशर ले होइस। जंगलेशर के किसान मन ह गरमी के धान के कटाई के बाद बेलर मशीन के माध्यम ले 65 बंडल पैरा आदर्श गौठान मोखला ल दान दे बर सकेलिन।

हम आप ल बता देथन के छत्तीसगढ़ शासन के सुराजी योजना के प्रमुख घटक गरूवा के अंतर्गत राज्य के करीबन 5 हजार 400 ग्राम पंचायत मन म गौठान बनाए के स्वीकृति देहे गए हे, जेमां ले करीबन 2 हजार गौठान पूरा संचालित होए लगे हे। संचालित गौठान मन म अवइया पशु मन के चारा-पानी के व्यवस्था ठउका करे गए हे। गौठान ले गांव वाले मन के जुड़ाव बनाए के उद्देश्य ले कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे घलोक गांव वाले मन ले भेंट-मुलाकात के समय ओ मन ल गौठान के हर एक गतिविधि म भागीदारी सुनिश्चित करे बर सरलग प्रेरित करत हें। कृषि मंत्री के कहना हे के गौठान के मालिक गांव के ग्रामीण अऊ किसान हें। एकर संचालन गांव वाले मन के ही जिम्मेदारी हे। गौठान म अवइया पशु मन बर चारा-पानी के इंतजाम गौठान प्रबंधन समिति के जिम्मेदारी हे। गांव म गौठान मन के बने के बाद ले इहां अवइया पशु मन बर पैरा दान के एक अच्‍छा परम्परा शुरू होए हे। ग्रामीण स्व-स्फूर्त रूप ले गौठान मन बर पैरा दान करे के संगें-संग गौठान ल आजीविका के केन्द्र बनाए म जुटे हें।

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