रायपुर, शिक्षा वो प्रक्रिया हे जेखर माध्यम ले एक मनखे ह ज्ञान प्राप्त करथे या नवा कौशल सीखथे; अऊ विद्यालय के प्राचार्य अइसे नायक ये जऊन लइका मन ल अच्छा शैक्षिक अभ्यास मन के प्रावधान के माध्यम ले प्रबुद्ध नागरिक म बदलथे। छत्तीसगढ़ म स्कूल शिक्षा के परिदृश्य के पता लगाय के उद्देश्य ले, 27 सितमबर , 2019 तक रायपुर के सयाजी होटल म 13 वां स्कूल लीडरशिप समिट के आयोजन करे गीस। ये सम्मलेन के आयोजन ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़, अऊ एलेट्स कोति ले जऊन ल हाले म भारत के एक उभरत विश्वविद्यालय अऊ भारत के सबले भरोसेमंद तकनीकी विश्वविद्यालय के रूप म मान्यता दिए गए हे, ऊंखर सहयोग ले करे गीस।
ये समिट के उद्घाटन ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ के कुलपति डॉ. आर.डी. पाटीदार ह विशिष्ट अतिथि मन श्री शिव अनंत तायल (आईएएस), कमिश्नर, रायपुर नगर निगम, डॉ. बी. के. स्थापक, पूर्व-चांसलर, ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़, डॉ. संजीव पी. साहनी, प्रिंसिपल डायरेक्टर, जिंदल इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवियरल साइंसेज, जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी, सोनीपत, हरियाणा अऊ छत्तीसगढ़ के नामी स्कूल मन के प्रिंसिपल के उपस्थिति म करिन। डिजिटल लर्निंग मैगज़ीन के राष्ट्रीय प्रबंधक श्री चंदन आनंद ह अतिथि मन के स्वागत करिन अऊ भाग लेवईया मन ल समिट के विसय अऊ उद्देश्य मन के बारे म बताइन। डॉ. आर. डी. पाटीदार ह श्रोता मन ल संबोधित करत कहिन कि महान स्कूल के शिक्षक तको महान होही जऊन शिक्षण ले प्यार करथे अऊ महान विज़न के संग अध्यापन के काम करथे। हमर विज़न एक सुंदर स्कूल बनाए बर होना चाही, जेमां खुश युवा जऊन पेशेवर रूप ले कुशल अऊ नैतिक रूप ले ईमानदार, बनाये जा सकय। एक महान स्कूल ज्ञान अऊ मूल्य प्रणाली के संग छात्र मन ल बदल देथे। डॉ. बी. के. स्थापक ह कहिन कि ये विचार करना जरूरी हे कि शिक्षा के आखरी छात्र अपन संग का ले जात हे। ओ मन ल ज्ञान अऊ मूल्य मन ल लेके चलना चाही। ज्ञान अऊ मूल्य मन के संयोजन ही ह प्रबुद्ध नागरिक मन ल उत्पन्न कर सकत हे। श्री शिव अनंत तायल ह अभी हाल के स्कूल मन के अभी हाल के परिदृश्य, लइका मन म प्रौद्योगिकी मन के प्रभाव अऊ स्कूल के नेता मन के भूमिका मन के बारे म बात करिन। डॉ. संजीव साहनी ह 21 वीं सदी के शैक्षिक चुनौति अऊ स्थायी भविष्य बर ओखर सामना करे के तरीका उपर चर्चा करिन। अतिथि मन कोति ले डिजिटल लर्निंग पत्रिका के घलोक विमोचन करे गीस।