जुगाड़ –

जुगाड़ –
हमन तो जनम के घर परिवार, गाँव समाज अउ माटी ले जड़ से जुड़े जमीनी मनखे हरन साहेब ! ये जुगाड़ अउ चापलूसी सबद मन ल पान म रचे तुँहरे मुँह ले सुनथन। अब तुमन छत्तीसगढ़ माटी के जड़ ले जुड़े मनखे ल टिकट देहू कि तुँहर अँगना दुवारी के माटी ले जुड़े मनखे ल देहू, तुँही मन जानव।
हमर तो सेवा जनमजात धरम हरे तेकर सेति बैरी ल तको ऊँच पीढ़ा दे देथन।

लउछरहा..