रायपुर के संसकिरितिक इतिहासिक धरोहर के दरसन होही अब असान

10 महत्वपूर्ण इस्थल के बिकास करत हुए बनाए गए हैरीटेज वाक के मुख्यमंत्री ह करिस लोकार्पण
 शहर के प्राचीन धरोहर ल जोड़े के शासन के अनुपम पहल
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह भेंट मुलाकात के बेरा म हैरीटेज वाक म इस्थित जम्मो प्रमुख जघा के करिस दरसन
रायपुर,  नेहा राठौर के खबर/ अपने शहर की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, धार्मिक विरासत के दर्शन अब आम नागरिक मन ब असान होही।हैरीटेज वाक के नाव म अनुपम विरासत आज मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह नागरिक मन ल दीस हे। आजादी के दिन के गवाह रहइया ऐतिहासिक टाउन हाल ले शुरू कर के ह प्रदेश के ऐतिहासिक विरासत दिखाए वाले महाकौशल कलावीथिका के झलक लेत हुए नागरिक शहर के सबले जुन्ना पुरानी बस्ती म प्रवेश करही अउ इहां ऐतिहासिक धार्मिक धरोहर मन ल देखही। ओमन ह नागरीदास मंदिर, जैतूसाव मठ कोती ले जाथ पूरा रूट ल देखही। ऐला एक करोड़ 90 लाख रुपिया के लागत ले तियार करे गए हे। मुख्यमंत्री सबले पहिली जैतूसाव मठ पहुंचिस। इहां प भगवान श्रीराम, माता जानकी अउ लक्ष्मण के पूजा पाठ करिस। संग म राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रतिमा म तको माला पहिरइस।तेकर ले हनुमान बावली पहुंचिस जिहां ल हनुमान जी के पूजा करिस।तेकर ले ए रूट म बूढ़ातालाओ ले लेके किलेवाले बाबा, बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर, शीतला माता मंदिर, महामाया मंदिर, नागरीदास मंदिर, महावीर व्यायाम शाला, जैतूसाव मठ, जगन्नाथ मंदिर अउ टूरी हटरी ल जोडे़ गए हे। हैरीटेज वाक रूट प्रोजेक्ट म शहर के एतिहासिक बिल्डिंग टाउन हाल अउ महाकौशल कला वीथिका के पुनर्विकास के काम तको कराए गए हे। ए प्रोजेक्ट म बूढ़ातालाओ ले लेके टूरी हटरी तक ले पाथवे(रद्दा) बनाए, पाथवे म बिजली लगाए, पर्यटक मन के बईठे ब 40 आने आने जघा म सुघ्घर बेंच लगाए 216 सोलर पोस्ट लगाए के काम करे गए हे। पूरा रद्दा म साढ़े तीन हजार वर्ग मीटर के सुघ्घर आकर्षक पेटिंग कराए गए हे। हैरीटेज वाक रूट के इस्थल ब रोड मार्किंग अउ आकर्षक सांकेतिक चिनहा(साइन बोर्ड) तको लगाए गए हे।

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