रायपुर, 03 जुलाई 2021। यूनिक लैंड पार्सल आईडेंटिफिकेशन नंबर (यूएलपीआईएन) योजना ले अब जिला, तहसील, राजस्व निरीक्षक मंडल अऊ गांव के चयन करे बिना ही सीधा भूखंड के जानकारी प्राप्त करे जा सकत हे। पहिली भूखंड के पहिचान जिला, तहसील, राजस्व निरीक्षक मंडल अऊ ग्राम के कॉम्बिनेशन ले मिले खसरा नंबर ले होत रहिस। ये योजना के वर्चुअल विधिवत उद्घाटन राजस्व सचिव छत्तीसगढ़ सुश्री रीता शांडिल्य सचिव श्री अजय तिर्की अऊ अकतहा सचिव श्री हुकुम सिंह मीणा, जल संसाधन ग्रामीण विकास मंत्रालय केन्द्र सरकार के उपस्थिति म करे गीस। ये योजना के शुभारंभ बर कबीरधाम जिला के ग्राम अगरीकला के चयन करे गए हे।
यूनिक लैंड पार्सल आईडेंटिफिकेशन नंबर योजना के संबंध म बताए गीस कि हर एक भूखंड के जियो-रिफरेंस लैट्टियूड या लांगिट्यूड कोर्डिनेंट्स के आधार म कम्यूटरीकृत 14 अंक के यूनिक आईडी ऑटोजनरेट होत हे। हर एक भूखंड ल यूएलपीआईएन नंबर देहे ले भूखंड ले संबंधित जम्मो जानकारी एके नंबर ले मिल सकही। जियो रिफरेंस के संग हर एक भूखंड के यूएलपीआईएन नंबर देहे ले भूखंड के सही स्थिति आसानी ले उपलब्ध होही। एखर सहायता ले जमीन संबंधी महत्वपूर्ण विभागीय काम मन के निष्पादन पारदर्शिता के संग सफलतापूर्वक करे जा सकही। यूएलपीआईएन नंबर ले शासकीय जमीन के पहिचान सरलापूर्वक करे जा सकत हे, जेखर से शासकीय जमीन म अवैध तरीका ले होवइया पंजीयन या अतिक्रमण ल रोके जा सकत हे। आन विभाग मन जइसे-पंचायत, पंजीयन, वन, सर्वे, नगर निगम आदि कोति ले जमीन संबंधी जानकारी प्राप्त करके कई ठन विभागीय काम मन के निष्पादन करना लाभप्रद होही। सर्वे के बाद प्राप्त भूखंड नक्शा ल गूगल मैप म प्रतिस्थापित करे म भूखंड के सीमा के सही स्थिति प्रदर्शित होथे।
कार्यक्रम म संचालक भू-अभिलेख श्री भुवनेश यादव, संयुक्त आयुक्त श्रीमती हिना अनिमेष नेताम, राज्य सूचना अधिकारी श्री अशोक कुमार होथे, वरिष्ठ तकनीकी डायरेक्टर श्री वाय.वी.एस. श्रीनिवासराव, प्रणाली विशेषज्ञ श्री अमित कुमार देवांगन अऊ सहायक प्रोग्रामर श्री लक्ष्मीकांत साहू उपस्थित रहिन।
यूनिक लैंड पार्सल आईडेंटिफिकेशन नंबर योजना के शुभारंभ कबीरधाम जिला के ग्राम अगरीकला ले
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