उत्तर बस्तर कांकेर, कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर अऊ इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के फार्म मशीनरी अऊ पावर इंजिनियरिंग विभाग के वैज्ञानिक डॉ. नरेन्द्र हरिदास तायड़े, फार्म मशीनरी अऊ पावर के मार्गदर्शन म लघु धान्य फसल मन के उत्पादन बढ़ाए बर दुर्गूकोंदल विकासखण्ड के ग्राम घोटुलमुण्डा म रागी फसल के बीज उर्वरक बुवाई यंत्र प्लांटर ले कतार बोनी के प्रदर्शन पाछू हफ्ता करे गीस।
इहां किसान मन परम्परागत विधि ले मड़िया छिटकवा विधि ले बुवाई करथें जेखर सेती कई पईत प्रति इकाई क्षेत्र म पौध संख्या जादा नइ होए के सेती उपज म कमी आथे, उहें दुसर कोति अधिकांश किसान एला रोपाई विधि ले लगाथें, ये विधि म किसान मन ल मजदूरी लागत जादा आथे। इही बात मन ल ध्यान म रखत बोवाई लागत ल कम करे अऊ उत्पादन ल बढ़ाए बर उन्नत किसिम इंदिरा रागी 1 के कतार बोनी के प्रदर्शन करे गीस। ये विधि ले जिहां एक कोति 10 ले 12 प्रतिशत बीज के बचत होथे, उहें दुसर कोति मजदूरी लागत म 15 ले 20 प्रतिशत के कमी आथे।