रइपुर, 29 जुलाई 2021 बिरस्पत। छत्तीसगढ़ म गोधन-न्याय योजना ले दइहान मन म वर्मी कम्पोस्ट तियार करइया स्व सहायता समूह के माइलोगन मन के आमदनी म बढ़ौतरी होवत हावय अब किसान मन ल जैविक खाद अपनेच गांव म मिले लगे हे। वर्मी कम्पोस्ट के उपयोग से खेती किसानी के लागत तको कमती होगे हे। बस्तर अंचल म उपजवइया फसल मन के सुवाद अउ खुशबू के मिसाल सबो देथे, फेर पीछू कुछ बछर ले ये अंचल म तको अधिक उपज के भावना ले किसान मन ह धड़ल्ले रासायनिक खाद के उपयोग शुरू कर देहे हावय।
रासायनिक खाद ले करे जावत खेती ले पहिली तो किसान मन के उपज बाढ़े कस लागथे फेर समे के संग बंजर होवत भूईयां ह जादा खातू के माँग करे लगे है। जेकर ले किसाान मन के लागत बाढ़गे अउ फसल के सुवाद अउ खुशबू तको नंदागे।
मुख्यमंत्री दाउ भूपेश बघेल कोति ले खेत मन ल आवारा मवेशी मन ले बचाए बर गौठान मन ल पुनर्जीवित करे के संग रासायनिक खाद ले मानव शरीर, भूमि अउ पर्यावरण म परइया दुष्प्रभाव मन ल देखत ये गौठान मन म गोबर ले बनइया खाद के निर्माण ल प्रोत्साहन देने हे बूता प्रारंभ करे गइस, जेकर सेति बस्तर सहित पूरा प्रदेश म एक पइत फेर जैविक खेती के प्रचलन बाढ़े लगे हे।
शासन के महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना अंतर्गत गोठान ग्राम के महिला समिति मन के अथक प्रयास ले वर्मी कम्पोस्ट निर्माण करके बेचे जावत हावय। किसान मन एक पइत फेर जैविक अउ टिकाऊ खेती कोति आगू बाढ़त हे । गोधन न्याय योजना अंतर्गत आज तक बस्तर जिला म कुल 11,860 क्विं. वर्मी कम्पोस्ट के उत्पादन 6,158 क्विं वर्मी कम्पोस्ट के वितरण करे जा चुके हे, संग म कृषि, उद्यानिकी, वन अउ आने विभाग कोति ले विभागीय योजना अंतर्गत वर्मी कम्पोस्ट खरीद के किसान मन ल बांटे जाावत हे। जिला म अब तक लगभग 61 लाख 85 हजार रूपिया के वर्मी कम्पोस्ट गोठान समिति मन कोति ले विक्रय करे गे हे, जेकर सेति गोठानों म बूता करत स्व सहायता महिला समूह मन के आर्थिक स्थिति तको बने होवत हे। स्व सहायता समूह के माइलोगन मन ले वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन के संग-संग विभिन्न आजीविका संबंधी गतिविधि जइसे, मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन, मछली पालन अउ आने उत्पाद मन के निर्माण अउ विक्रय करके अतिरिक्त आमदनी तको पावत हावयं ।