धर्मेन्द्र निर्मल के सार समाचार, बिलासपुर। पुलिस ल शुकवार के दिन बिहिनिया-बिहिनिया बने बड़े जन सफलता मिल गे। उन मन 6 बछर के विराट ल 5 दिन घुँचे के बाद बने-बने ओकर परिवार ल सँउप दीन। तेकर पीछू मझनिया बेरा पुलिस ह मामला के खुलासा करिस। उन मन बताइन कि ये सरी अपहरणकांड के पीछू बिहार के सीखे पढ़े गैंग के हाथ हे। जेमा के 3 झिन ल गिरफ्तार कर लिए हावय उंहेंचे मुखिया अभीन तक फरार हे।
आईजी प्रदीप गुप्ता ह बताइन कि अपहरणकर्ता मन फिरौती के रुप म 6 करोड़ के मांग करे रिहिन हे फेर डेढ़ करोड़ रुपिया म सहमत हो गे रिहिने अउ ओकर पहिली पुलिस उन ल दबोच लिन। पुलिस येहू खुलासा करिन हे के अपहरणकर्ता मन विराट ले पहिली उहीच परिवार के एक झिन सियनहा के फिरौती के योजना बनाए रिहिन हे। ये बिहार के सीखे पढ़े लोगन मन के काम हरे। आरोपी मन दूसर के सिम ले टावर बदल-बदल के फोन करय। गैंग के मुखिया राजकिशोर सिंह ह बिहार ले बइठे-बइठे मनखे मन ले फोन म गोठियावय। ये आरोपी बिलासपुर के जरहाभाठा बस्ती के पन्नानगर के एक ठो मकान म लुकाए रिहिन हे जिहां पुलिस वाले मन बड़े बिहिनिया पांच बजे छापा मारिन अउ लइका ल पा घलिन। उहेंचें बिहार गैंग के तीन झिन आरोपी हरे कृष्ण, सतीश शर्मा अउ अनिल सिंह ल गिरफ्तार करे हावयं, जबकि उन्कर मुखिया राजकिशोर सिंह फरार हवयं जिन्कर खोजबीन करे जावत हे।
चटकारा
मंशाराम:- का के खुशी म मिठई बाँटत हस आशा।
आशाराम:- खुशी मनावौ रे कि आज हम लुट गेन। चोरहा, जीछुट्टा, लबरा अउ ठगड़ा मन के नजर हमर धन दोगानी उपर हावय। एकर मतलब हे कि हम धनवान हवनं अउ हमार ले अउ कतको गरीब हावयं।