गुरूर, भूपेश हवय त भरोसा हवय, के हाना ल सिरतोन करत अकलवारा के महिला समूह मन ह अपन उम्मीद ल पूरा करत हें। समूह के सदस्य मन ह अपन बेटी ल बीसीए म एडमिशन कराइन, 14 हजार के फीस पटाईन। 3 सदस्य मन ह बिसाइन मोबाईल जेकर से लइका मन के ऑनलाइन क्लास म दिक्कत झन आवय। एक सदस्य ह बिहाव बर लेहे करजा ल छूटिस, एक ह बेटा बर फटफटी लीस।
केवल केंचुआ पालने ले घलोक मनखे मन के सपना सच हो सकत हे, येकर उपर विश्वास करना कठिन हे, फेर केवल 6 महीना के भीतर अकलवारा गांव के स्व सहायता समूह के महिला मन ह ये सच कर देखाए हे। समूह के महिला मन ह 2 लाख 88 हजार रूपिया के कमाई केंचुआ बेचकर करे हे। खास बात हे कि सबो महिला मन ह अपन आय ल लइका मन ल पढ़ाए म खरचा करे हें। दुर्गा शक्ति समूह के सदस्य श्रीमती सुनीता निषाद के बिटिया प्रियंका के बीसीए पढ़ने के सपना सच होय हे।
कोरोना काल म केंचुआ के उत्पादन होत रहिस अऊ एखर बिक्री होत रहिस। एखर से समूह के तीन सदस्य मन ह अपन लइका मन बर मोबाइल बिसाइन ताकि ऊंखर लइका ऑनलाइन पढ़ाई जारी रख सकयं।