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मनरेगा के मदद ले गोटाजम्हरी म तैयार होइस सिल्क उत्पादन बाग

नारायणपुर, 26 नवंबर 2020। महात्मा गांधी नरेगा के बदौलत गोटाजम्हरी गांव म सिल्क उत्पादन बर 40 एकड़ के बाग बनके तैयार होगे हे। ए बाग म अर्जुन (कहुआ) के 65 हजार ले जादा पेड़ लगाए गए हे, जेमा रेशम कीटपालन करे जाए के तैयारी शुरू कर देहे गए हे। गोटाजम्हरी गांव राज्य के धूर नक्सल प्रभावित जिला नारायणपुर के ग्राम पंचायत बोरण्ड के आश्रित गांव हे। वनाच्छादित ए गांव म रेशम पालन शुरू होए ले ग्रामीण मन के उत्साह बढ़ गए हे। बीते 3 साल ले अर्जुन के बाग ल लगाए ले लेके ओखर देख-भाल म जुटे ग्रामीण मन ल अब एखर जरिया आय के स्थायी साधन मिल गए हे।

गौरतलब हे कि गोटाजम्हरी गांव म रेशम विभाग के निगरानी म मनरेगा योजना ले वर्ष 2016-17 म 40 एकड़ म अर्जुन (कहुआ) के बाग लगाए के शुरूआत करे गिस । ए गांव के ग्रामीण मन ह अर्जुन के बाग तैयार करे म पूरा मनोयोग ले जुड़के काम करिन अउ रोपित पौधा मन के देखभाल करिन। जेखर एवज म मनरेगा ले ओमन ल 18 लाख रूपिया ले जादा के राशि मजदूरी के रूप म मिलिस। अर्जुन के बाग म सिल्क उत्पादन बर गांव के 23 परिवार मन ल चिन्हिंत करके ओमन ल एखर विधिवत प्रशिक्षण देहे के संग ही रेशम विभाग ह उंखर मदद ले रेशम कीटपालन के शुरूआत कर देहे हे। जेखर ले ग्रामीण परिवार मन ल हर सीजन म लाखों रूपिया के अतिरिक्त आमदनी होही। गोटाजम्हरी म रेशम उत्पादन के गतिविधि मन के शुरू हो जाए ले आस-पास के नक्सल प्रभावित गांव के ग्रामीण मन के रूझान रेशम कीटपालन के डाहर बढ़े हे।

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