धमतरी म जैविक खाद तियार करके बिहान योजना के महिला मन होवत हें आत्मनिर्भर

धमतरी, 09 मई 2020। बिहान योजना जिहां महिला मन ल आत्मनिर्भर बने म सहायक सिद्ध होवत हे, उहें उंखर आय के जरिया बनके उंकर आत्म विश्वास बढ़ाए म घलोक कारगार होवत हे। जिला म 8372 समूह मन म 92 हजार 878 महिला मन जुड़ के न केवल कपड़ा सिलाई, सब्जी उत्पादन, रेडी-टू-ईट बनावत हें, भलुक जैविक खाद के निर्माण करके स्थानीय स्तर म ही बेंचत हें।

कोरोना संक्रमण ले बचाव बर लाकडाउन के बेरा म घलोक ये महिला मन के समूह जैविक खाद तियार करके बेचत हें। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती नम्रता गांधी के बताती नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी के संग कृषि क्षेत्र म 71 बिहान समूह के महिला मन ल रोजगार के बेहतर अवसर मिले हे। गांव म जिहां गौठान बनाय गए हे, उहां चारागाह घलोक विकसित करे गए हे। गौठान म बने नाडेप टांका ले महिला मन ह जैविक खाद के उत्पादन करत हें। जानबा हे के अब तक समूह ह 73 मीट्रिक टन जैविक खाद तियार करके 43 मीट्रिक टन खाद 10 रूपिया 23 पइसा किलो के दर म किसान मन के अलावा उद्यानिकी अऊ वन विभाग ल बेच डरे हें। अब तक समूह ल कुल चार लाख 48 हजार 820 रूपिया के आमदनी होए हे। अइसनहे धमतरी जनपद पंचायत के ग्राम मुजगहन के जय मां विंध्यवासिनी महिला स्व सहायता समूह के सदस्य मन ह 35 क्विंटल जैविक खाद तियार करके अब तक 30 क्विंटल बेंचे डरे हें। एखर से ओ मन ल दू लाख 40 हजार रूपिया के आमदनी होए हे। मनरेगा के तहत जाबकार्डधारी ए महिला मन ल लाकडाउन के अवधि म जैविक खाद बेंच के परिवार के भरण-पोषण बर कमई तो होबे करे हे, संगेच कृषि काम बर किसान मन ल जैविक खाद तको मिल गए हे।

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