मनेन्द्रगढ़-भरतपुर-चिरमिरी, 04 सितंबर 2024। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत् पंजीकृत श्रमिक मन ल न केवल रोजगार उपलब्ध कराए जात हे, भलुक आजीविका के नवा-नवा साधन अउ सुविधा घलोक उपलब्ध कराए जात हे। मनरेगा ले किसान बीरसाय के कृषि जमीन उपजाऊ बनीस, जेखर से वो सब्जी के खेती करके अपन आय बढ़ावत हे।
मनेन्द्रगढ़-भरतपुर-चिरमिरी जिला के ग्राम पंचायत लाई म रहइया पंजीकृत श्रमिक बीरसाय तीर जेन जमीन रहिस, वो अड़बड़ उबड़-खाबड़ या कहन किसानी बर पूरा अनुपयुक्त रहिस, वो ह ग्राम पंचायत ले अपन जमीन के समतलीकरण के काम कराए के आवेदन करिस। वोखर आवेदन ल ग्राम पंचायत म आहूत ग्राम सभा के प्रस्ताव पारित होए के बाद जिला पंचायत कोरिया ले स्वीकृत करे गीस। कुल 95 हजार रूपिया ले होवइया ए जमीन सुधार काम बर ग्राम पंचायत लाई ल एजेंसी के दायित्व देहे गीस। इहां बीरसाय ह खुदे अपन गांव के आन श्रमिक मन के संग अपन असमतल जमीन ल कृषि योग्य बनाइस अऊ एखर मेढ़बंदी कराईस। ए काम ले ओ ल सौ दिन के रोजगार घलोक मिलिस जेकर मजदूरी सीधा वोखर खात म पहुंचीस।
खेती करे जा सकय अइसन जमीन बन जाय के बाद शासन ले वो ह सब्जी उत्पादन बर मिलइया टपक सिंचाई योजना के संग मल्चिंग खेती के लाभ लीस। अपन खेत मन म अड़बड़ कम पानी ले होवइया व्यवस्था बनाके सब्जी के खेती चालू करिस। ओखर बाद बीरसाय अपन मेहनत ले सरलग हर मौसम म अलग-अलग सब्जी उगाके हर महिना लगभग 10 ले 15 हजार रुपिया के आमदनी प्राप्त करत हे, एखर से वोखर परिवार के आर्थिक स्थिति मजबूत होए लगे हे। अपन सफलता ले खुश होके बीरसाय कहत हे के मनरेगा ले जमीन सुधार अऊ कृषि विभाग ले टपक सिंचाई के लाभ मिले ले अब वोखर रोजगार के समस्या हमेशा बर खतम हो गए हे। अब हर हफ्ता सब्जी ले बनेच कमई हो जाथे अऊ पइसा के चिंता घलोक खतम हो गए हे। कुछ खेत मन म वो सब्जी के उत्पादन करत हे अऊ बाकी खेत मन म वो परंपरागत धान अऊ गेहूं के फसल लेके अकतहा कमाई घलोक करे लगे हे। जमीन समतलीकरण जइसे छोटे से काम ले एक मेहनतकश मजदूर परिवार के दशा अऊ दिशा बदल गीस।