कोरोना संकट के समय श्रमिक मन ल मिलही सबो सुविधा

मुख्यमंत्री के पहल म श्रम विभाग ह जारी करिस विस्तृत दिशा-निर्देश

रायपुर, 21 मार्च 2020। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह कहिन हे कि कोरोना संकट के बेरा म श्रमिक मन ल कोनो प्रकार ले दिक्कत नइ होना चाही। श्रमिक मन ल सबो प्रकार के सुविधा मिलना चाही। मुख्यमंत्री के निर्देश म श्रम विभाग के सचिव श्री सोनमणि बोरा ह राज्य के सबो निजी संस्थान, कारखाना, अस्पताल, मॉल, रेस्टोरेंट आदि के नियोजक मन ले मानवीय संवेदना ल ध्यान म रखत श्रमिक अउ कर्मचारी मन के छंटनी नइ करे अऊ कोरोना वायरस (कोविड-19) ले पीडि़त होए या आन कारण ले बीमार होए म संवैतनिक अवकाश प्रदान करे के संगेच जरूरत परे म उंखर ले घर ले काम लेहे के निर्देश दिए हें।

श्रम विभाग कोति ले अभी हाल म नोवल कोरोना वायरस के रोकथाम अऊ एखर से उपजइया असाधारण हालत ल ध्यान म रखत निजी संस्थान, कारखाना, अस्पताल आदि म कार्यरत, कर्मचारी अऊ श्रमिक (स्थाई, अस्थाई अऊ ठेका) बर स्वास्थ्य, सुरक्षा, वेतन, भत्ता अउ आन सुविधा मन के संबंध म विस्तृत दिशा-निर्देश जारी करे हे। जारी निर्देश म कहे गए के निजी संस्थान, कारखाना, अस्पताल संस्था के अधिनस्थ कार्यरत कर्मचारी, कर्मकार अऊ श्रमिक आदि ल सहूलियत के हिसाब ले काम लेहे जाए अऊ जरूरी होए म ऊंखर निवास ले घलोक काम करे के व्यवस्था करे जाय।

इही प्रकार ले संस्था के कर्मचारी, कर्मकार अऊ श्रमिक आदि कहूं ये बीमारी ले पीडि़त होही त ओखर स्वास्थ्य लाभ बर पूरा सहयोग के संगें-संग जरूरत मुताबिक तनखा सहित छुट्टी देहे जाए। संगेच कोनो कर्मचारी, कर्मकार अऊ श्रमिक मन के परिवार के सदस्य कहूं ये बीमारी ले पीडि़त होही त ऊंखर परिवार के सदस्य के सहयोग-उपचार बर घलोक संबंधित श्रमिक मन ल जरूरत के मुताबिक तनखा सहित छुट्टी देहे जाए। कोनो कर्मचारी, कर्मकार अऊ श्रमिक आदि आन कारण ले बीमार हे या ऊंखर परिवार के सदस्य बीमार हे त अइसन हालत म घलोक ओ मन ल तनखा सहित छुट्टी अउ आन सुविधा देहे जाय।

श्रम विभाग कोति ले ये घलोक कहे गए हे के अभी हाल के हालत म संस्थान म काम करत कोनो भी कर्मचारी, कर्मकार अऊ श्रमिक आदि के सेवा खतम, छटनी अऊ सर्विस ब्रेक ना करे जाए अऊ ना ही कोनो के वेतन अथवा देय स्वत्व मन म कोनो कटौती करे जाय। संगे-संग कहूं कोनो संस्थान, कारखाना अऊ स्थापना ल अपन सामान्य गतिविधि, कार्यक्रम, काम म बदलाव अऊ स्थगित रखे के कारण (जइसे- हॉस्पिटल, नर्सिंग होम म सर्जिकल-नॉनसर्जिकल काम) कोनो कर्मचारी, कर्मकार अऊ श्रमिक आदि ल न तो निकाले जाए अऊ ना ही वेतन, भत्ता आदि म कटौती करे जाय। ये जम्‍मो स्थिति मन म तनखा सहित छुट्टी दे के मानवीय दृष्टिकोण अपनाए के हुकुम देहे गए हे।

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