महासमुंद, हरियर छत्तीसगढ़ के तहत जिला स्तरीय वन महोत्सव के आयोजन जिला मुख्यालय महासमुंद वार्ड क्रमांक-11 दलदली रोड के मैदान म काली करे गीस। ये कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वाणिज्यिक कर (आबकारी) वाणिज्य अऊ उद्योग अऊ जिला के प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा सामिल होइन। ये बेरा म अपन उद्बोधन म श्री लखमा ह कहिन कि वृक्ष जीवन के आधार होथे हे, एकर मानव जीवन म महत्वपूर्ण योगदान हे, वृक्ष मन ले हमला अतका बड़का मात्रा म आक्सीजन मिलथे जऊन मानव बर उपयोगी हे। उमन कहिन कि हमला स्वप्रेरणा ले पौधरोपण के प्रति जागरूक होना चाही। जिहां जंगल हे उहां शुध्द हवा-पानी के अलावा वृक्ष कंदमूल, फलफूल बहुत प्रकार के औषधि वनोपज के रूप म प्राप्त होथे।
उमन आगू कहिन वनोपज बर प्रदेश के आदिवासी क्षेत्र बस्तर अऊ सरगुजा अंचल बिक्कट प्रसिध्द हे। मंत्री श्री लखमा ह हरियर महासमुंद वन महोत्सव के आयोजन वन विभाग कोति ले करे जाय म प्रसंन्नता व्यक्त करत कहिन कि हम सबो नागरिक मन के नैतिक दायित्य हे कि ए पौधा मन ल संरक्षित अऊ सुरक्षित रखन। उमन वन महोत्सव के तहत 36 प्रजाति मन के लगाए गे पौधा जइसे हर्रा, बहेड़ा, आंवला, बीजा, बेल, कपोक, करंज, कोसम, काला सिरस, काला जामुन, कदम, कचनार, कुसुम, महुआ, महुगनी, रिठा, शिशम, शिशु, बकायंन, भेलवा, बरगद, पीपल, पारस पीपल, गुलर, रक्त चन्दन, सफेद सीरस, चार, नीम, अंजन, अमरूद, अमलतास, अर्जुन, गुलर, आम अऊ झालर प्रमुख प्रजाति हे।