- मुख्यमंत्री खुद सजे-धजे बइला गाड़ी म सवार होकर मंत्री अऊ विधायक के संग हरेली यात्रा म सामिल होइन
- मुख्यमंत्री ह कृषि उपकरण मन के करिन पूजा
- सावन के झूला म बइठिन अऊ गेड़ी घलोक चलाइन
- मुख्यमंत्री निवास ले साक्षरता तिराहा तक अदभुत, अकल्पनीय अऊ अभूतपूर्व दृश्य, चारों कोति हरेली के उल्लास अऊ उमंग
रायपुर, मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास घलोक आज हरेली के पारंपरिक पर्व के इंद्रधनुषी छटा ले सराबोर रहिस। छत्तीसगढ़ के लोक कलाकार, लोक नर्तक, लोक गायक मन ह ये रंग ल अऊ जादा मधुरता ले भर दीन। करीबन पांच सौ लोक नर्तक मन ह पारंपरिक वेशभूषा म वाद्य यंत्र अऊ साज सज्जा के संग गेड़ी, बैलगाड़ी के संग यात्रा करिन। छत्तीसगढ़ महतारी के वंदना के संग ’अरपा पैरी के धार’ जइसे सुमधुर गीत, झांझर, मांदर अऊ गुदुम बाजा के संग हरेली गीत घलोक गाये गीस। लोक नर्तक दल मन ह गेड़ी , करमा, सुआ ,राउत नाचा ,पंथी नृत्य अऊ गौरी -गौरा नृत्य प्रस्तुत करिन। श्री भूपेश बघेल ह मुख्यमंत्री निवास म आज सबले पहिली उंखर से मिले ल स्कूल ले आये नान्हें लइका मन ले मुलाकात करिन।
मुख्यमंत्री ह मुख्यमंत्री निवास म कृषि यंत्रों नागर, कुदाली, फावड़ा, गैती आदि के विधि-विधान ले पूजा कर हरेली जोहार कार्यक्रम के शुभारंभ करिस। हरेली यात्रा के माध्यम ले मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अपन मंत्री मंडल के सदस्य श्री ताम्रध्वज साहू अऊ श्री कवासी लखमा अऊ विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा के संग छत्तीसगढ़ के पारंपरिक रूप ले सजे-धजे बैलगाड़ी म सवार होकर मुख्यमंत्री निवास ले निकलके गांधी उद्यान तिराहा अऊ फेर साक्षरता तिराहा पहुचिन । उमन इहां उपस्थित नागरिक मन ल संबोधित करिन। मुख्यमंत्री ह हरेली यात्रा के शुभारंभ हल उठाके करिन।