लखपति दीदी योजना ले कलस्टर फार्मिंग कर दीदी बनत हे सफल व्यवसायी

रायपुर, 28 जून 2023
शासन ले लखपति दीदी योजना ले महिला मन ल कलस्टर फार्मिंग ले जोडे़ जाथ हे। एमन ल सब्जी उत्पादन, मुर्गीपालन अउ मक्का उत्पादन के कार्यकलाप ले जोडे़ जाथ हे। तीन प्रकार के गतिविधि एकर ब ताकि तीनों के माध्यम ले एमन के आर्थिक आय ह लाख के आंकड़ा ल छूए। कोण्डागांव विकासखण्ड के ग्राम बादालूर वनांचल के महिला मन गृहणी के संग सफल व्यवसाय बनत हे। ये कहानी ए बादालूर निवासी ऊषा के। जेकर उपर पूरा घर ले जिम्मेदारी रहिस हे, आज ओ हह सफल व्यवसायी बन के अपन परिवार के जिम्मेदारी बखूबी निभात हे। ऊषा ह बताइस के ओ ह दूसर के घर म काम बुता करे जावय, अब अपन खुद के साग सब्जी के उत्पादन करत हे। सब्जी ले प्रति सप्ताह म 1000 रूपिया ले जादा के लौकी बेचरी करत हे अउ आए वाले समय म लौकी के खेती ले ओला 12 ले 15 हजार आमदनी होए ले सम्भावना हे। ऊषा अपन खेत म सीजन के अनुसार साग सब्जी उत्पादन घलो करथे।

ओ ह बताइस कि लघु वनोपज जइसे महुआ, साल, बीज, ईमली, टौरा के घलो संग्रहण कर बेचथे। जेकर से ओला अतिरिक्त 10 ले 12 हजार रूपिया के आमदनी प्राप्त हो जाथे। ऊषा कोर्राम आज साग सब्जी के खेती करके गांव के दूसर महिला मन ब प्रेरणा बनत हे।
    ऊषा के जिनगी म ए बदलाव बिहान कार्यक्रम ले जुडे़ के बाद ले आए हे। बिहान के बीपीएम रैनु नेताम ह बताइस कि महिला मन ल प्रेरित कर के स्व-सहायता समूह बना के काम बुता करे ब बिहान के माध्यम ले प्रेरित करे गइस। दस झन महिला मन ह मिल जुर के गौरी स्व-सहायता समूह बनाइस अउ ऊषा घलो एकर सदस्य बनिस।
    
    समूह ले जुडे़ के पहिली ओ ह गरीब निर्धन परिवार के समान जीवन जियत रहिस हे अउ घर के सब काम-काज सम्भालत रहिस हे। जेकर ब ऊषा प दुसर के इहां मजदूरी करे ब परत रहिस हे पुरखैती खेत म पारंम्परिक तरीका ले सिरिफ धान के खेती ले ही घर चलाय करत रहिस हे। अईसे म समूह ले जुड़ के अधिकारी मन द्वारा जय मां कर्मा कलस्टर संगठन मर्दापाल अंतर्गत ‘लखपती दीदी‘ पहल के तहत 05 ठ गांव ल इन्टीग्रेटेड फार्मिंग कलस्टर के रूप म चयन के जानकारी दिए गईस। जेमा 05 गांव ले 250 झन किसान मन ल तीन प्रकार के गतिविधि मक्का उत्पादन, सब्जी उत्पादन, वनोपज संग्रहण अउ बैकयार्ड मुर्गीपालन कार्य ले जोड़ा जाना रहिस हे। चयनित गाँव मन म से ग्राम बादालूर के चयन करे गइस। गौरी स्व-सहायता समूह के ऊषा कोर्राम ह सब्जी उत्पादन के बुता सुरू करिस। समूह के संग मिल के पांच डिसमिल म लौकी के खेती सुरू करिस। अउ अब ओ ह एक सफल गृहणी के संग सफल व्यवसायी घलो बन गए हे।
Success Stories
Neha Rathore

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