मुख्यमंत्री श्री बघेल ह ‘घाघ अऊ भडुरी’ पुस्तक के करिन विमोचन

रायपुर, 09 फरवरी 2021। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ह राजधानी स्थित अपन निवास कार्यालय म श्री दीपन कुमार चक्रवर्ती कोति ले ‘घाघ अऊ भडुरी’ के कहावत मन ल सकेल के प्रकाशित कराए गए पुस्तक के विमोचन करिन। मुख्यमंत्री श्री बघेल ह ‘घाघ अऊ भडुरी’ पुस्तक के संकलनकर्ता अऊ संपादक श्री चक्रवर्ती ल ए प्रकाशन बर बधाई देवत कहिन कि ये पुस्तक पाठक मन बर बहुत लोकप्रिय सिद्ध होही।
जानबा हे कि भडुरी के कहावत प्रायः कृषि अऊ वर्षा-विषयक हे। उंखर कहावत छत्तीसगढ़ संग बिहार, मध्यप्रदेश अऊ
संयुक्त प्रांत मन ले लेके सब्बो राजपुताना अऊ पंजाब तक फैले हे। इंकर कहावत के कुछ उदाहरन-‘अगसर खेती अगसर
मार-कहें घाघ ते कबहुं नइ हार’। घाघ कहिथे कि जेन सबले पहिली खेत बोथे अऊ जेन सबले पहिली मारथे, ओ मन कभू नइ हारयं। अइसनहे ‘प्रातः काल खटिया ते उठी कै पिअइ तुरंतै पानी। कबहूं घर म बैद नइ अइहैं बात घाघ कै जानी’। बिहनिया सुतउठ के खटिया म तुरंते पानी पी लेहे ले कभू बीमार नइ परय, ये बात घाघ के आजमाए हे। ‘ईख तिस्सा-मोहूं बिस्सा’ मने ईख के पैदावार तीस गुना होथे हे अऊ गेहूं के बीस गुना। ये बेरा म उच्‍च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल, उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री बृहस्पति सिंह अऊ विधायक रायगढ़ श्री प्रकाश नायक आदि उपस्थित रहिन।

लउछरहा..